राजकुमार राव और भूमि पेडनेकर अक्सर ही लीक से हटकर काम करने के लिए जाने जाते हैं। इस बार ये दोनों लैवेंडर मैरिज का कांसेप्ट लेकर आये हैं। दोनों परदे पर भी पहली बार साथ आये हैं और लैवेंडर मैरिज का कांसेप्ट भी। यह शादी दो ऐसे लोगों के बीच होती है जो होमोसेक्सुअल हैं। समाज से अपनी हकीकत छिपाते हुए उसका हिस्सा बने रहने के लिए ये शादियां की जाती हैं। ये कहानी भी दो होमोसेक्सुअल लोग शार्दुल और सुमि के स्ट्रगल के बारे में बताती है।
क्या है फिल्म की कहानी?
बधाई दो के मुख्य किरदार हैं शार्दुल ठाकुर (राजकुमार राव) और सुमन सिंह (भूमि पेडनेकर) . शार्दुल गे कम्युनिटी का हिस्सा है और सुमन उर्फ सुमी लेस्बियन है. दोनों अपने-अपने स्ट्रगल्स के साथ अपनी जिंदगी को दुनिया की नजरों से छुपाकर जी रहे हैं. शार्दुल और सुमी की जिंदगी जब शादी के बाद एक हो जाती है तो दोनों सोचते हैं कि अब वह अपने असली पार्टनर्स के साथ चैन से जी पाएंगे. लेकिन यहाँ से शुरू होती है असली कहानी।
राजकुमार राव ने शार्दुल ठाकुर के किरदार को बेहतरीन अंदाज में निभाया है. राजकुमार इस तरह से अपने किरदार में रमे हैं कि आपको लगता नहीं है कि शार्दुल काल्पनिक है, किसी फिल्म का किरदार है. वहीं भूमि पेडनेकर, सुमी के रोल में इमोशनल, सेंसिटिव और बहादुर हैं. सुमी भले ही अपने परिवार को अपने लेस्बियन होने के बारे में बताने से हिचकिचाती हो लेकिन वो डरपोक नहीं है.
कॉमेडी से शानदार इमोशंस!
डायरेक्टर हर्षवर्धन कुलकर्णी ने फिल्म बधाई दो में कॉमेडी के साथ-साथ इमोशंस को भी भरा है. उन्होंने फिल्म में दिखाया गया है कि अपनी सच्चाई को छुपाते हुए लोग कैसे अकेले पड़ जाते हैं. सबसे ज्यादा इंसान को कोई चीज खटकती है तो वो ये कि वो खुलकर अपनी जिंदगी के बारे में अपने अपनों से ही बात नहीं कर सकता. बधाई दो में इस बात को नॉर्मलाइस करने की कोशिश की गई है कि गे और लेस्बियन कम्युनिटी के लोग हमसे और आपसे अलग नहीं हैं. वो भी उतने ही इंसान हैं, जितने हम और आप बधाई दो का फर्स्ट हाफ थोड़ा स्लो है, लेकिन सेकंड हाफ आपका दिल खुश कर देगा, साथ ही आपको इमोशनल भी करेगा. फिल्म का म्यूजिक और साउंड डिजाइन काफी अच्छा है. यह फिल्म आपको बात करने के लिए प्रोत्साहित करेगी और आपको एंटरटेन भी करेगी.
ब्यूरो रिपोर्ट स्काई न्यूज़ ग्लोबल