राजधानी दिल्ली में राजस्थान के उदयपुर हत्याकांड और महाराष्ट्र के अमरावती हत्यांकांड को लेकर हिंदू संगठन का जंतर मंतर पर विरोध प्रदर्शन चल रहा है। इस मार्च का आयोजन समस्त हिंदू समाज के बैनर तले किया गया है। उदयपुर और महाराष्ट्र के अमरावती में हुई हिंदुओं की हत्या के विरोध पर ही दिल्ली में हिंदू संगठनों ने हल्ला बोल दिया है। और मार्च को संविधान संकल्प यात्रा नाम दिया गया है। मार्च दिल्ली के मंडी हाउस से जंतर-मंतर तक निकला जायेगा। वही इस विरोध यात्रा आयोजन से पहले दावा किया गया था कि इसमें 50 हजार से ज्यादा लोग हिस्सा लेंगे।
हिंदू संगठन मंडी हाउस से जंतर मंतर तक संविधान संकल्प मार्च निकाल रहे हैं, जिसमें बड़ी संख्या में साधु संत शामिल हुए हैं। इस यात्रा में VHP और ABVP भी शामिल हैं। लोगों के हाथ में पोस्टर्स और झंडे भी दिखाई दे रहे हैं जिसमे लोग हिंदुओं की हत्या के विरोध में अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं।
राजस्थान के उदयपुर में हुई दर्जी कन्हैयालाल की हत्या, नूपुर शर्मा के समर्थन में एक सोशल मीडिया पर हुए पोस्ट को लेकर हुई थी, जिसको लेकर ग्राहक बनकर आए दो लोगों ने दुकान में घुसकर उन पर चाकू से हमला किया था और उनकी हत्या कर दी थी। वही पूरी वारदात का एक विडियो भी बनाया गया था ।
महाराष्ट्र के अमरावती शहर में 54 साल के केमिस्ट उमेश कोल्हे की भी 21 जून को हत्या कर दी गई थी। बताया जा रहा है नूपुर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया पर पोस्ट करने को लेकर ये हत्या की गई थी। अमरावती में उमेश कोल्हे की तरह अन्य कई लोग इस गैंग के निशाने पर थे। नूपुर शर्मा के समर्थन में व्हाट्सऐप स्टेटस लगाने वाले लोगों को धमकी देने के कई मामले सामने आए थे ।
फिल्म काली के पोस्टर को लेकर विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है। इस मां काली के अपमान और उदयपुर, अमरावती जैसी घटनाओं के विरोध में हिंदू संगठन दिल्ली की सड़कों पर उतर आए। प्रदर्शनकारियों ने हिंदू देवी देवताओं का अपमान करने, संविधान का पालन नहीं करने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए सजा की मांग की है। इस प्रदर्शन को लेकर दिल्ली पुलिस पहले से ही अलर्ट थी। पुलिस की ओर से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए। दिल्ली यातायात विभाग ने पहले ही ट्रैफिक एडवायजरी जारी कर दी थी।