ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉर्पोरेशन यानि ONGC के अधिकारियों को लेकर जा रहा पवन हंस हेलिकॉप्टर बीते दिन दुर्घटनाग्रस्त हो गया. यह हादसा मुंबई तट से 50 मील की दूरी पर मंगलवार को हुआ जिसमे ओएनजीसी के तीन और एक अन्य समेत कुल चार लोगों की मौत हो गई है. कंपनी के अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी.
हेलिकॉप्टर में दो पायलट समेत कुल नौ लोग सवार थे. कंपनी अधिकारियों ने बताया कि फ्लोटर्स की मदद से हेलिकॉप्टर कुछ देर के लिए डूबने से बचा रहा जिससे सभी नौ लोगों को बाहर निकलने में मदद मिली. उन्होंने बताया कि हेलिकॉप्टर में सवार चार लोग बेहोश हो गए थे, जिनको नौसेना के एक हेलिकॉप्टर के जरिये मुंबई के एक अस्पताल ले जाया गया, जिसके बाद डॉक्टरों ने उनको मृत घोषित कर दिया. यह हादसा तब हुआ जब ओएनजीसी का एक हेलिकॉप्टर अरब सागर में कंपनी के रिग पर उतरते समय गिर गया.
ओएनजीसी के पवन हंस हेलिकॉप्टर को मुंबई के पास अरब सागर में आपात लैंडिंग करनी पड़ी थी, और हेलीकॉप्टर को आपातकालीन स्थिति में उतरने के लिए फ्लोटर्स का उपयोग करना पड़ा था, जो ऐसे तांबे से जुड़े होते हैं, जो कर्मचारियों और सामान को किनारे से अपतटीय प्रतिष्ठानों तक ले जाते हैं।
अधिकारीयों का कहना था कि हेलिकॉप्टर ने किसी भी अन्य दिन की तरह आज सुबह जुहू हेलीबेस से उड़ान भरी थी, लेकिन रिग पर लैंडिंग ज़ोन से 1 या 1.5 किमी दूर, यह समुद्र में चला गया। हालांकि, यह अपतटीय जाने वाले ऐसे हेलीकॉप्टरों पर फिट फ्लोटर्स के साथ तैरने में कामयाब रहा।
ओएनजीसी के पास मुंबई तट से दूर प्रमुख तेल और गैस क्षेत्र हैं और पवन हंस हेलीकॉप्टर नियमित रूप से कंपनी के कर्मचारियों और अधिकारियों को तेल प्रतिष्ठानों तक ले जाते हैं जो समुद्र तट से 160 किलोमीटर दूर स्थित हैं।