बॉलीवुड कोरियोग्राफर गणेश आचार्य को गुरुवार, 23 जून, 2022 को मुंबई की एक स्थानीय अदालत से यौन उत्पीड़न के मामले में मिली जमानत। गणेश आचार्य की co-dancer ने उन पर यौन उत्पीड़न का केस दर्ज किया था।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, कोरियोग्राफर गणेश आचार्य पर यौन उत्पीड़न, पीछा करने और दृश्यरतिकता (voyeurism) का आरोप है। इतना ही नहीं महिला ने ये भी आरोप लगाया है कि मुंबई के अंधेरी में 26 जनवरी, 2020 को भारतीय फिल्म और टेलीविजन कोरियोग्राफर्स एसोसिएशन (एफटीसीए) के एक समारोह के दौरान उन्होंने दो अन्य लोगों के साथ मिलकर उनकी पिटाई की थी।
पीड़ित महिला ने कोरियोग्राफर गणेश आचार्य पर लगाए कई गंभीर आरोप
मामला फरवरी 2020 में उपनगरीय अंबोली पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया था। रिपोर्ट्स से पता चलता है कि कथित पीड़िता ने उल्लेख किया था कि गणेश आचार्य ने अपनी यौन इक्छाओं को पूरा नहीं करने पर उसका शोषण किया था। उसने यह भी आरोप लगाया कि लोकप्रिय भारतीय कोरियोग्राफर ने उन्हें 2009-10 में जब भी अपने ऑफिस में बुलाया, उन्हें अश्लील फिल्में देखने के लिए मजबूर किया गया। महिला ने आगे आरोप लगाया कि गणेश आचार्य ने कई अन्य महिलाओं का भी शोषण किया है।
कथित तौर पर, मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट की अदालत में दायर आरोप पत्र में 51 वर्षीय डांस मास्टर के खिलाफ आईपीसी (भारतीय दंड संहिता) की धारा 354-ए (यौन उत्पीड़न), 323 (चोट पहुंचाना), 354-सी (दृश्यरतिकता), 354-डी (पीछा करना), 504 (शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान), 506 (आपराधिक धमकी), 509 (किसी भी महिला की विनम्रता का अपमान करना) और 34 (किसी भी अपराध को अंजाम देने का सामान्य इरादा) के तहत मामला दर्ज किया गया था।
सलमान खान की बॉडीगार्ड और अजय देवगन की सिंघम जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्मों में अपने काम के लिए जाने जाने वाले गणेश आचार्य ने अपने ऊपर लगे इन सभी आरोपों से इनकार किया है। और यहां तक कि इस मुद्दे पर कोई टिप्पणी करने से भी इनकार कर दिया है। बॉलीवुड कोरियोग्राफर ने इन आरोपों को ‘झूठा और निराधार’ बताया।