शिवसेना विधायक नितिन देशमुख बुधवार को नागपुर हवाई अड्डे पर नाटकीय रूप से एक सनसनीखेज दावे के साथ सामने आए। उन्होंने कहा कि उनका न केवल ‘अपहरण’ किया गया था, बल्कि उन्हें दिल का दौरा पड़ने के झूठे दावे के साथ सूरत के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। नितिन देशमुख ने आगे दावा करते हुए कहा कि “मैं आधी रात को होटल से बाहर आया। मैं 3 बजे रात तक सड़क पर था। मुझे कोई वैन नहीं मिल रही थी। मेरे पीछे 100-150 पुलिसकर्मी थे जिन्होंने मुझे घसीटा और मुझे अस्पताल में भर्ती कराया और कहा कि मुझे दिल का दौरा पड़ा है। वे मेरा ऑपरेशन करना चाहते थे, इस बहाने मुझे नुकसान पहुंचाना चाहते थे, लेकिन भगवान की कृपा से, मैं ठीक हूं और मुझे दिल का दौरा नहीं पड़ा।” सोमवार को सूरत से महाराष्ट्र पहुंचने पर देशमुख ने कहा कि वह उद्धव ठाकरे के साथ खड़े हैं।
पत्रकारों के द्वारा जब देशमुख से पूछा गया की आप सूरत कैसे पहुंचे? नितिन देशमुख ने कहा कि वह शिंदे के साथ सूरत गए थे, क्योंकि उन्हें विद्रोह के बारे में कुछ भी पता नहीं था। शिंदे को सहयोगी मानकर उनके साथ सूरत चला गया, लेकिन उनके दावे के मुताबिक जैसे ही उन्हें विद्रोह की साजिश के बारे में पता चला तो उन्होंने विरोध करना शुरू कर दिया। लेकिन मै उस होटल से नहीं भाग सका जहां सभी विधायक छिपा के रखा गया था। नितिन देशमुख ने दावा किया कि आधी रात को उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहां उन्हें जबरन कुछ इंजेक्शन दिए गए।