मध्य प्रदेश ने शनिवार, 18 जून को 1998-99 के बाद से अपने पहले रणजी ट्रॉफी फाइनल के लिए क्वालीफाई किया। जहां मनोज तिवारी और शाहबाज अहमद ने बंगाल को मैच जिताने के लिए काफी कोशिशे की, लेकिन उनके प्रयास व्यर्थ गए। शाहबाज ने पहली पारी में 116 रन बनाए और दूसरी पारी में पांच विकेट लिए।
दूसरी ओर, तिवारी ने बंगाल की पहली पारी में 12 चौकों की मदद से 102 रन बनाए। मुकेश कुमार और प्रदीप्त प्रमाणिक ने भी गेंद से अपनी भूमिका निभाई। लेकिन चौथी पारी में सही बल्लेबाजी न होने के कारण सेमीफाइनल मैच में बंगाल को हार का सामना करना परा।350 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी बंगाल की टीम 65.2 ओवर में 175 रन पर ढेर हो गई।
वंही उधर मध्यप्रदेश के जित में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका सलामी बल्लेबाज हिमांशु मंत्री का रहा। मंत्री ने सबसे ज्यादा रन बनाए, उन्होंने 327 गेंदों पर 19 चौकों और एक छक्के की मदद से 165 रन बनाए।
अब रणजी ट्रॉफी के फ़ाइनल मैच के लिए 22 जून से बैंगलोर के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में मुकाबला होगा।
लेखक : गुलाम रज़ा खान