वर्किंग लोगों को घर-परिवार के अलावा ऑफिस की ज़िम्मेदारी भी निभानी होती है। एक ऑफिस में काम करने वाले व्यक्ति को कंपनी द्वारा कहा गया हर काम समय से करना होता है। वर्कप्लेस में हर व्यक्ति अपना बेस्ट देना चाहता है, यहाँ आपको अपने परफार्मेंस की चिंता होती है क्योंकि ये सभी चीज़े आपकी करियर ग्रोथ पर असर डालती है। शायद इन्ही कारणों के वजह से कई लोगों का ऑफिस के काम का स्ट्रेस हो जाता है। वह ऑफिस का वर्कलोड इतना ज्यादा लेने लगते है, जिससे उनकी मेन्टल और फिज़िकल हेल्थ पर भी बुरा असर पड़ता है। आज हम आपको देंगे कुछ ऐसे ख़ास टिप्स जिससे आप अपने ऑफिस के वर्कलोड को मैनेज कर सकते है।
ऑफिस के वर्कलोड को कम करने के लिए अपनाये ये टिप्स
1. अपने दिन को प्लान कर के चले
काम को लेकर टेंशन लेने का एक बहुत बड़ा कारण होता है बिना प्लानिंग के चलना। जब आप अपने पूरे दिन का शेड्यूल नहीं बनाते और अचानक इतने सारे काम अपनी आँखों के सामने नज़र आते है तो तनाव में आ जाते है। अगर आप चाहते है कि अचानक से आपके सर पर ऑफिस के काम का बोझ न पड़े तो अपना डेली का टाइम-टेबल बनाया करे। डेली सेड्यूल बनाने से आपके पूरे दिन के काम बिलकुल प्लानिंग के साथ पूरे होंगे।
2. मल्टीटास्किंग न करे
मल्टीटास्किंग की आदत अधिकतर लोगों में होती है। आपने ये कहावत तो सुनी होगी के दो नांव में एकसाथ सवार होने से अक्सर इंसान डूब जाता है। ठीक इसी तरह अगर आप एक वक़्त पर एक से ज्यादा चीज़ों पर काम करेंगे तो आपका काम ख़राब हो सकता है। काम को जल्दी ख़त्म करने के चक्कर में एक साथ 2-3 चीज़ों पर दिमाग लगाने से आपको ज्यादा तनाव होता है। इसलिए तसल्ली से पहले एक काम पूरा उसके बाद किसी दूसरे काम को हाथ लगाए।
3. काम के बीच में ब्रेक ले
जब आपके पास काम ज्यादा होता है, या आप अपने काम को लेकर कुछ ज्यादा ही सीरियस होते है तो पूरे दिन अपनी कुर्सी से चिपक के ऑफिस का काम करते रहते है। ऐसे लम्बे समय तक बिना किसी ब्रेक के कम्प्यूटर के आगे बैठने से आपका तनाव बढ़ सकता है। आपको सर दर्द और आँखे में दर्द जैसी समस्याएं हो सकती है। वर्कप्लेस पर हमेशा काम के बीच में थोड़ा ब्रेक लेना चाहिए, स्क्रीन से नज़रे हटा के बाकी
अन्य चीज़े भी करनी चाहिए। ऐसा करने से आपका माइंड फ्रेश रहेगा।
4. ऑफिस के काम को घर पर न लाये
अक्सर कई लोग ऑफिस का काम घर आ कर भी करते है। ऐसा करने से आप न तो अपने परिवार को वक़्त दे बाते है और न ही खुदका ख़याल रख पाते है। कोशिश करे की ऑफिस का काम ऑफिस में ही पूरा हो जाये, और अगर न हो तो अगले दिन कर ले। वर्कप्लेस में भी अगर आप स्कूल की तरह होमवर्क करेंगे तो आराम करने का वक़्त कम हो जायेगा।
5. पॉजिटिव एटीट्यूड रखे
किसी भी काम को लेकर आपका नज़रियाँ ही ये तय करता है करता है कि आप उससे खुश है या नहीं। यकीनन ऑफिस में बहुत काम होता, दबाव होता है, कुछ टॉक्सिक लोग भी होते है। लेकिन अगर आप इन चीज़ों को एक परेशानी के रूप में देखोगे तो आपको चिंता होगी। अगर आप खुद को कूल डाउन रख कर अपने ऊपर भरोसा करोगे तो हर काम आसान हो जाता है। एक लम्बी सास लेकर पॉजिटिव एटीट्यूड के साथ काम करें। आप खुद नोटिस करेंगी कि अब चीजें काफी अलग तरह से नजर आ रही हैं।