गाजियाबाद के मोदीनगर इलाके में बुधवार को 12 साल के अनुराग नेहरा की संदिग्ध हालात में मौत हो गई. अनुराग तीसरी कक्षा में पढता था। परिजनों ने बताया कि उन्होंने सुबह ही मासूम को तैयार करके बैग और टिफिन देकर सही सलामत स्कूल के लिए भेजा था. इसके कुछ देर बाद स्कूल प्रशासन ने फोन कॉल पर मासूम की मृत्यु की सूचना दी. बताया गया कि उल्टी करने के लिए बच्चे ने अपना सिर स्कूल बस से बाहर निकाला था, उसी दौरान खंभे से टकराकर उसकी मृत्यु हो गई. परिजनों का आरोप है कि स्कूल प्रशासन झूठ बोल रहा है. ड्राइवर के गलत तरीके से बस चलाने की वजह से उनके बच्चे की मौत हुई है.
मृतक के परिजन स्कूल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं. उनका यह भी आरोप है कि स्कूल प्रशासन उन्हें गुमराह करता रहा और बच्चे की सही स्थिति नहीं बताई गई. अब परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. वहीं, पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्कूल के प्रिंसिपल को हिरासत में ले लिया है और पूछताछ करने में जुट गई है.