भारत में सभी धर्मो के लोग रहते है और इस वक़्त लगभग सभी धर्मो के त्यौहार भी चल रहे है और सबसे अहम बात सभी धर्म शांति, मोहब्बत-प्यार की बात करते है अगर बात की जाए मुस्लिम की तो उनका रमजान का पाक महिना चल रहा है जिसके बाद मीठी ईद आती है तो वही दूसरी तरफ हिन्दू धर्म के लोगों की पहले रामनवमी दूसरा हनुमान जयंती और इन्ही दोनों की यात्राओं की वजह से दंगे हुए है. यानी जब यह यात्रा निकाली जा रही थी तो पथराव हुआ अभी यह जांच का विषय है की शुरुआत कहा से हुई और किसने की इसकी जांच चल रही है हालांकि जांच से पहले ही MP में एक समुदाय के लोगों पर बुलडोज़र चला दिया गया जिसके बाद खूब राजनीती हो रही है और कह सकते है MP में बीजेपी सरकार घिरी पड़ी है तो पहले मध्य-प्रदेश के खरगोन में हिंसा अब ताज़ा मामला दिल्ली का है यानी MP से सीधा हिंसा ने दिल्ली का सफ़र तय कर लिया है
दिल्ली के जहांगीरपुरी में हनुमान जयंती पर धार्मिक शोभायात्रा पर पथराव के बाद भड़की हिंसा एक सोची-समझी साजिश बताई जा रही है और इसके लिए बाहर से भी कुछ लोग आए थे। दिल्ली पुलिस की अब तक की जांच में यह बात निकलकर तो सामने आई है।
दिल्ली पुलिस के मुताबिक, जांच में सामने आया है की जहांगीरपुरी में हुई हिंसा में बाहर से भी कुछ लोग आए थे। पुलिस लगातार जहांगीरपुरी के लोकल इनपुट से बाहरी लोगों की पहचान करवा रही है, लेकिन वीडियो में हंगामा कर रहे करीब 1 दर्जन लोगो की कोई पहचान नहीं हो पाई है। हालांकि, पुलिस इस मामले में अब तक 21 लोगों को गिरफ्तार कर करने में कामयाब रही है।
इस हिंसा से जुड़े अब तक दर्जनों वीडियो और सीसीटीवी फुटेज पुलिस को मिले हैं। पुलिस इन विडियो को देखने बाद ही अपनी जांच को आगे बढ़ा रही है। लेकिन इधर भी पुलिस की कारवाई पर आरोप लग रहे है की वो सिर्फ एक ही समुदाय के लोगों को निशाना बना रही है..
लेकिन अब हिंसा की जांच क्राइम ब्रांच को हेंडओवर हो गई है, लेकिन इलाके के दंगाइयों को पकड़ने के लिए लोकल पुलिस भी लगातार दबिश दे रही है। हिंसा में दो बड़े चेहरे बताए गए है अंसार और असलम अब तक 21 गिरफ्तारियां और दो नाबालिगों को हिरासत में लिया गया है।
जांच में सामने आया है कि असलम को फायरिंग करने के लिए इलाके के ही एक क्रिमिनल गुल्लली ने भड़काया था। अब इस गुल्ली को पकड़ने की धर पकड़ चल रही है। साथ ही एक और शख्स जो फायरिंग करता नजर आया था, हालांकि, उसकी गोली किसी को लगी नहीं थी उसकी पहचान हो गई है और उसे पकड़ने के लिए भी छापेमारी चल रही है। पुलिस ने इसके एक दूर के भाई सलीम को भी पकड़ लिया है, जो खुद दंगे में शामिल था।
तो बता दें कि, जहांगीरपुरी में शनिवार शाम को दो समुदाय के लोगों के बीच पथराव हुआ और कुछ वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया था। इस हिंसा में एक सब-इंस्पेक्टर को गोली लगने के साथ ही कुल 9 लोग घायल हो गए थे, जिनमें से 8 पुलिसकर्मी हैं। इस घटना की जांच के लिए अब लोकल पुलिस के साथ ही क्राइम ब्रांच को भी लगा दिया गया है। अब जांच के बाद पता चलेगा की आखिर मामला कहा से शुरू हुआ और इसके दोषी कौन है..
मध्य-प्रदेश से दिल्ली तक पहुंची हिंसा, जहांगीरपुरी हिंसा में बड़ा खुलासा
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